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Mahadev Quotes In Hindi

Read Mahadev motivational quotes and Mahadev Parvati quotes in hindi.  Har har Mahadev quotes in Hindi in Short. 

हर हर महादेव!
जो समय से ऊपर है, वही तो महादेव है।

भोले के दरबार में दुनिया झुकती है,
और हर हर महादेव की गूंज से आसमान गूंजता है।

डमरू की धुन पे नाचे ये संसार,
महाकाल के चरणों में है सबका उद्धार।

ना पूछो पहचान हमारी,
दिल पे लिखा है नाम महादेव तुम्हारा।

भस्म से सजे जो त्रिपुंड धारी,
वही तो है कृपा के अधिकारी।

हर हर महादेव की गूंज है जीवन की आस,
शिव के बिना अधूरी है हर साँस।

काल भी जिससे कांपता है,
वो है मेरा महाकाल – हर हर महादेव!

ना कोई मेरा सगा है, ना कोई पराया,
जब साथ है महादेव, कौन डराएगा?

शिव ही सत्य है, शिव ही अनंत है,
हर हर महादेव – यही जीवन का मंत्र है।

जिसके रोम-रोम में बसा शिव है,
वही सच्चा शिवभक्त है।

Mahadev Motivational Quotes In Hindi 

जो खुद पर नहीं, महादेव पर विश्वास रखते हैं
– वही असली योद्धा होते हैं।

मुसीबत चाहे जितनी बड़ी हो,
अगर शिव साथ हैं तो रास्ता जरूर निकलता है।

जिसने शिव को अपना माना,
उसे फिर किसी और सहारे की ज़रूरत नहीं रही।

जब जीवन की डोर शिव के हाथ में हो,
तो डर किस बात का?

महाकाल की भक्ति वो ताकत है,
जो हर हार को जीत में बदल देती है।

सच्चा भक्त वही है जो कठिनाइयों में भी ‘हर हर महादेव’ कहना न भूले।

चिंता मत कर, शिव सब देख रहे हैं
— वक्त पर न्याय भी होगा और चमत्कार भी।

कर्म कर, सच्चा बन, और महादेव पर भरोसा रख
— सब अच्छा होगा।

महादेव सिर्फ भगवान नहीं,
आत्मबल हैं जो हर कठिन घड़ी में साथ खड़े रहते हैं।

जो महाकाल के नाम से शुरू करता है,
उसका अंत भी गौरवशाली होता है।

Mahadev Short Quotes In Hindi 

 

हर हर महादेव!

महादेव ही मोक्ष हैं।

शिव ही सत्य है।

शिव मेरा सहारा है।

शिव नाम से जीवन है।

डर नहीं, साथ में महादेव हैं।

शिव के भक्त को कोई हरा नहीं सकता।

जहाँ भोले हैं, वहाँ असंभव कुछ नहीं।

महाकाल की शरण में शांति है।

शिव शक्ति का प्रतीक हैं।

Mahadev Parvati Quotes In Hindi 

 

जहाँ शिव हैं, वहाँ शक्ति है।
जहाँ शक्ति है, वहाँ सृष्टि है।

प्रेम ऐसा हो, जैसे शिव और पार्वती का
– न अघोरी में कमी, न गौरी में संकोच।

शिव के बिना शक्ति अधूरी है,
और शक्ति के बिना शिव। यही है सच्चा प्रेम।

पार्वती ने तप किया, शिव ने स्वीकारा
– यही है सच्चा समर्पण और सच्चा रिश्ता।

ना दूल्हा था, ना बारात
– फिर भी पार्वती को मिला सबसे अद्भुत वर: महादेव।

शिव और पार्वती की जोड़ी हमें सिखाती है
– सच्चा प्यार इंतज़ार करता है, तप करता है, और फिर अमर हो जाता है।

शिव का धैर्य और पार्वती का समर्पण
– यही है प्रेम की परिभाषा।

जैसे शिव बिना शक्ति के अधूरे हैं,
वैसे ही प्रेम बिना विश्वास के अधूरा होता है।

जिसे महादेव चाहते हैं,
उसे पार्वती का साथ जरूर मिलता है।

उनका रिश्ता सिर्फ विवाह नहीं था
– वो था आत्मा का मिलन, जो युगों-युगों तक अमर रहेगा।

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